शिकायत क्यों किये? शिकायत वापस लो, आपको भी रायगढ़ में रहना है और मैं भी रायगढ़ में रहता हूं…सूचना का अधिकार और शिकायत वापिस नही लोगे तो ठीक नही होगा…!

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जगन्नाथ बैरागी

आरटीआई कार्यकर्ता को मिली धमकी.? एसपी, कलेक्टर सहित उच्चाधिकारियों से न्याय की लगाई गुहार…

आदिवासी विभाग रायगढ़ में पदस्थ कर्मचारी पर आरटीआई कार्यकर्ता ने धमकी देने का लगाया आरोप…

रायगढ़: आदिवासी विकास विभाग रायगढ़ के कर्मचारी द्वारा आरटीआई कार्यकर्ता को धमकी देने का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा आदिवासी विकास विभाग में सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत अभिलेखों की मांग हेतु आवेदन लगाया गया है साथ ही विभाग द्वारा की गयी खरीदी में भ्रष्टाचार होने की शिकायत शासन, प्रशासन सहित कलेक्टर व एसपी को की गयी है। जिससे नाराज कर्मचारी ने आरटीआई कार्यकर्ता के कार्यालय में जाकर धमकी दी है।

क्या है पूरा मामला

आरटीआई कार्यकर्ता राजकुमार अग्रवाल द्वारा आदिवासी विकास विभाग में पदस्थ कर्मचारी कृष्ण कांत देवांगन पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए एसपी रायगढ़ को पत्र लिखा है, जिसमें यह उल्लेख किया गया है कि कृष्ण कांत देवांगन उनके कोतवाली थाना के पीछे रायगढ़ स्थित कार्यालय में आये और कहा कि आपको भी रायगढ़ में रहना है मैं भी रायगढ़ में रहता हूं, तत्कालीन सहायक आयुक्त का फोन मेरे पास आया था, उन्होंने मुझे भेजा है। आप सूचना का अधिकार क्यों लगाये हो और शिकायत क्यों किये हो, जिसके कारण हम लोगों को परेशानी हो रही है। आप तत्काल शिकायत पत्र और सूचना का अधिकार वापस ले लो, क्योंकि कलेक्टर द्वारा क्रय समिति के लोग ही जांच समिति में हैं, इसलिए जांच में कुछ नहीं होने वाला है। जांच रिपोर्ट अपने पक्ष में कराकर हमारे साहब आपके उपर मानहानि का दावा कर आपका जीना मुश्किल कर देगें। जो भी खरीदी या काम होता है, उसमें हमारे द्वारा उपर से नीचे तक के लोगों को उनका हिस्सा दिया जाता है। यदि शिकायत वापस नहीं लोगे और सूचना का अधिकार का आवेदन वापस नहीं लोगे तो ठीक नहीं होगा। शिकायत पत्र में लिखा गया है। आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा यह भी लिखा गया है कि तत्कालीन सहायक आयुक्त और कृष्ण कांत देवांगन सहित उनके साथियों द्वारा कभी भी कोई घटना की जा सकती है। शिकायत पत्र की प्रतिलिपि मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन आदिम जाति विकास विभाग के विशेष सहायक, सचिव आदिम जाति अनुसूचित जाति विकास विभाग छत्तीसगढ़ रायपुर, कलेक्टर रायगढ़ एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग रायगढ़ को भी दी गयी है।

क्या कहा आरटीआई कार्यकर्ता राज कुमार अग्रवाल, आरटीआई कार्यकर्ता ने-

तत्कालीन सहायक आयुक्तआदिवासी विकास विभाग रायगढ़ के कार्यकाल में करोड़ों रूपये की खरीदी में भ्रष्टचार किया गया है। जिसकी जानकारी आरटीआई के तहत जानकारी प्राप्त कर भ्रष्टचार की शिकायत कलेक्टर, एसपी सहित उच्चाधिकारियों को की गयी है। जिसपर नगर पुलिस अधीक्षक द्वारा 06 अगस्त 21 को मेरा कथन लिया गया है। कथन देने के बाद 09 अगस्त को दिन में करीब 11 बजे सहायक आयुक्त कार्यालय के बाबू कृष्ण कांत देवांगन मेरे आफिस में आये और धमकी दिये कि तत्काल शिकायत और सूचना के अधिकार के तहत लगाये गये आवेदन को वापस ले लो नहीं तो ठीक नहीं होगा। धमकी की सूचना मेरे द्वारा पुलिस अधीक्षक रायगढ़, कलेक्टर रायगढ़ सहित उच्चाधिकारियों को दी गयी है।

मैं किसी को कैसे धमकी दे सकता हूं-

मैने धमकी नहीं दिया है और शासकीय कर्मचारी हूं मैं कैसे धमकी दे सकता हूं। मेरे उर लगाया गया आरोप गलत है।

क्या कहते हैं कृष्ण कांत देवांगन, (आदिवासी विकास विभाग रायगढ़)-

क्या मामला है, जवाब और जानकारी लेने के बाद ही की जायेगी कार्यवाही।कल शिकायत पत्र प्राप्त हुआ है, अभी हम उसका परीक्षण कर लेते है. और उनसे जवाब प्राप्त करेंगे और देखेंगे की क्या मामला है उसकी जानकारी लेने के बाद कार्यवाही की जायगी