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Holi 2024: होली पर साढ़े चार घंटे का चंद्र ग्रहण, इन राशियों पर पड़ेगा प्रभाव, जानें रंग खेलना होगा शुभ या अशुभ…

होली कब खेली जाएगी, इसे लेकर लोगों में दूविधा की स्थिति है. क्योंकि इस साल दो दिन की पूर्णिमा तिथि और चंद्र ग्रहण लोगों को उलझन में डाल रखा है.
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार होली बहुत ही अनोखी मानी जा रही है क्योंकि होली के दिन ही साल का पहला चंद्रग्रहण लगेगा. चंद्र ग्रहण का प्रभाव पूरी तरह से होली पर पड़ेगा. हालांकि यह चंद्रग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा, इसलिए कुछ लोगों का कहना है कि चंद्र ग्रहण का असर होली पर नहीं पड़ेगा.

जानें क्या बता रहे हैं ज्योतिषाचार्य श्रीपति त्रिपाठी

ज्योतिषाचार्य श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि होली 25 मार्च को नहीं मनाई जानी चाहिए. क्योंकि इस साल पूर्णिमा तिथि 24 और 25 मार्च दो दिन है. 25 मार्च यानि कल फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को साल का पहला चंद्रग्रहण लगेगा. होलिका दहन पूर्णिमा तिथि में करने की परंपरा है. वहीं शास्त्र के अनुसार रंगों वाली होली चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि में खेली जाती है. पंचांग के अनुसार चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि 26 मार्च दिन बुधवार को है. इसलिए शास्त्र के अनुसार होली 26 मार्च को मनानी चाहिए.

कब लगेगा चंद्र ग्रहण

ज्योतिषाचार्य श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि चंद्रग्रहण 25 मार्च यानी कल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से शुरू होगा और इसका समापन दोपहर 3 बजकर 02 मिनट पर होगा. इस ग्रहण की अवधि लगभग 4 घंटे 36 मिनट की रहेगी. साल का पहला चंद्रग्रहण कन्या राशि में लगेगा. हालांकि, यह चंद्रग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं होगा. लेकिन, फिर भी इसका प्रभाव सभी लोगों पर पड़ेगा.

जानें सूतक काल मान्य होगा या नहीं

कुछ पंडितों का यह भी कहना है कि पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को साल का पहला चंद्रग्रहण लगेगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, जिसके कारण इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. इसलिए, भारत में होली की पूजा और रंगों की होली खेली जा सकती है. क्योंकि भारत में चंद्र ग्रहण नहीं दिखने के कारण होली पर इस ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. इसके साथ ही किसी धार्मिक कार्य और पूजा पाठ पर भी रोक नहीं लगेगी. यह चंद्र ग्रहण अमेरिका, जापान, रूस के कुछ हिस्सों, स्पेन, इटली, पुर्तगाल, आयरलैंड आदि देशों में दिखेगा.

ग्रहण में शुभ कार्य मनाही

विज्ञान के अनुसार, सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी के आने पर चंद्र ग्रहण लगता है. तब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है. वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य-चंद्र ग्रहण लगने पर शुभ-अशुभ दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है. वैसे ग्रहण की घटना को शुभ नहीं माना जाता है. यही कारण है कि ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. शास्त्र के अनुसार, ग्रहण काल में शुभ कार्य करने की मनाही है.

जानें क्या कह रहे हैं शास्त्र के जानकार

विद्वान पंडितों के अनुसार आज रात में होलिका दहन किया जाएगा और 25 मार्च को होली होगी. यानी यह जगजाहिर है कि फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है. छत्तीसगढ़ बिहार-झारखंड और उत्तर प्रदेश में भी चंद्र ग्रहण का कोई असर नहीं होगा. इस साल फाल्गुन पूर्णिमा आज 9 बजकर 35 मिनट से शुरू है. पूर्णिमा तिथि की समाप्ति 25 मार्च को 11 बजकर 41 मिनट पर होगी. आज सुबह 9 बजकर 23 मिनट से रात्रि के 10 बजकर 38 मिनट तक भद्रकाल है. भद्राकाल में होलिका दहन शुभकारी नहीं होता है. इसलिए आज रात में 10 बजकर 38 मिनट के बाद ही होलिका दहन मंगलकारी और शुभ होगा. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त देर रात 11 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 27 मिनट तक है. होलिका दहन करने के लिए शुभ समय 1 घंटे 14 मिनट तक है.

चंद्र ग्रहण इन राशियों के लिए रहेगा शुभ

चंद्रग्रहण कल 25 मार्च को लगेगा. चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा. मिथुन, मकर, सिंह और धनु वालों के लिए यह साल का पहला चंद्रग्रहण बहुत ही शुभ रहेगा. इसके अलावा, यह चंद्र मेष, कर्क, कन्या और कुंभ राशि वालों के लिए अशुभ माना जा रहा है.

ग्रहण के दौरान क्या न करें

ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य न करें.
किसी मांगलिक कार्य का संकल्प न लें.
ग्रहण के दौरान कोई भी धार्मिक अनुष्ठान न करें.
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बाहर नहीं जाना चाहिए.
गर्भवती महिलाओं को सुई, चाकू, कैंची जैसी नोकदार वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए.

ग्रहण के दौरान क्या करें

ग्रहण के दौरान भगवान का ध्यान करें.
खाने के सामान में तुलसी दल रख दें.
ग्रहण के दिन शुद्ध जल से स्नान करना चाहिए
ग्रहण के बाद स्नान कर गरीबों को दान करना चाहिए.

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