रायगढ़: 62 हाथियों के दल ने उड़ाई वन मंडल के अधिकारियों की नींद, झोपड़ियों को बना रहे निशाना, फ़सलें हो रहीं बर्बाद….

रायगढ़: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ वन मंडल में हाथियों (Elephant) की संख्या लगातार बढ़ने से क्षेत्र में तनाव उत्पन्न हो गया है. वन विभाग के कर्मचारी इन हाथियों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.
अभी वन मंडल में 62 हाथी विचरण कर रहे हैं. इसके कारण वन विभाग के अफसरों की नींद उड गई है. गौरतलब है कि रायगढ़ वन मंडल के तमनार वन परिक्षेत्र के उरबा बीट सहित घरघोड़ा के कुडुमकेला पूर्व, घरघोड़ा के छर्राटांगर तथा रायगढ़ रेंज के पड़िगांव में 62 हाथियों का दल विचरण कर रहा है.
विचरण को निकले 26 हाथी
इसमें तमनार के उरबा बीट में सबसे बड़ा हाथियों का समूह 26 हाथी विचरण कर रहे है. जबकि कुडुमकेला में 17, पडिगांव में 17 व छर्राटांगर में 2 हाथी विचरण कर रहे हैं. इससे तीन बड़े समूह वाले हाथियों के दल को लेकर रायगढ़ वन मंडल में तनाव है. खास बात यह है कि हाथियों के समूह को देखते हुए वन विभाग के कर्मचारी लगातार इन हाथियों के समूहों पर नजर रखे हुए है तथा ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों को जंगल की ओर नहीं जाने की हिदायतें दी जा रही है. इसके लिए गांव-गांव में मुनादी भी कराई गई है.
ग्रामीणों के मकानों को बना रहे निशाना
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल में इन दिनों 35 हाथी है जिसमें 12 हाथियों का ही एक बड़ा दल अलोला बीट में विचरण कर रहे हैं. इसमें से ग्राम पंचायत चुहकीमार के एक किसान के खेत की फसल को हाथी ने रौंद दिया जबकि नागदरहा बीट में एक अकेले हाथी ने 3 किसानों की झोपड़ी को तोड़ दिया है. इसके अलावा कोरबा और सरगुजा जिले में भी हाथियों ने उत्पात मचा रखा है. सरगुजा के प्रमुख पर्यटन स्थल मैनपाट इलाके में आधा दर्जन से ज्यादा हाथियों का दल विचरण कर रहा है. ये हाथी रात होते ही बस्तियों की ओर रुख करते है और ग्रामीणों के मकानों को तोड़कर नुकसान पहुंचा रहे हैं. इन हाथियों ने हाल ही में 5 से ज्यादा मकानों को क्षतिग्रस्त किया है.
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