रायगढ़

रायगढ़: पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी, मृतक के पहचान वाले ने ही किया था मर्डर,पुलिस और मृतक के परिवार वालों को बरगलाने रचा था झूठी कहानी….

रायगढ़। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना के दिशा- निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर लैलूंगा पुलिस द्वारा ग्राम राजपुर के बथानपारा आम बगीचा में मिले युवक के शव मामले में हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर मामले का पटाक्षेप करते हुए मृतक के परिचित आरोपी रमेश राठिया को हत्या एवं आरोपी रामविलास मांझी को जघन्य अपराध की जानकारी होते हुए अपराध को छिपाने में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।

जानकारी के मुताबिक 12 नवम्बर की सुबह थाना प्रभारी लैलूंगा को ग्राम राजपुर के बथानपारा आम बगीचा में एक युवक उम्र करीब 20-25 साल का पड़ा होने की सूचना पर तत्काल लैलूंगा पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मर्ग पंचनामा कार्रवाई कर जांच में लिया गया । शव की शिनाख्त फकीर राठिया पिता स्व. चतुरराम राठिया उम्र 23 साल साकिन सुपकोना चौकी रैरूमा हाल आमापाली थाना लैलूंगा के रूप में हुआ । मर्ग जांच पंचनामा कार्यवाही गवाहों के कथन, शव निरीक्षण पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा फकीर राठिया (मृतक) के सिर, चेहरा, बायें कनपट्टी, नाक में किसी ठोस वस्तु से चोंट पहुंचाकर एवं गला को किसी ठोस वस्तु से दबाकर हत्या करना पाये जाने से थाना लैलूंगा में अज्ञात आरोपी पर हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

अज्ञात आरोपियों की पतासाजी में मृतक के वारिशान एवं जान परिचित दोस्तों से सिलसिलेवार पूछताछ किया गया, संदिग्ध नम्बरों का सीडीआर निकाल कर जांच किया गया, जांच में मृतक फकीर राठिया तथा ग्राम गहनाझर बरखोरियापारा के रमेश राठिया के साथ पूर्व में अनबन होने की जानकारी मिली, इस छोटे से क्लू को महत्वपूर्ण मानकर पुलिस अपनी जांच की दिशा इस ओर बढ़ाया गया, तब कई सुराग संदेही रमेश राठिया के अपराध में शामिल होने की ओर इशारा किये जिसे हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ किया गया जो मृतक की पत्नी के साथ नजदीकियों को लेकर फकीर राठिया (मृतक) शंका करने से फकीर राठिया की हत्या की योजना बनाकर हत्या करना स्वीकार किया और आरोपी रामविलास मांझी के भूमिका बताया।

हत्या की पूरी कहानी

आरोपी रमेश राठिया पुलिस को दिए अपने मेमोरेंडम बयान में बताया कि मृतक फकीर राठिया इसकी भाभी का भाई है। करीब एक वर्ष पूर्व से फकीर राठिया ग्राम आमापाली घर जमाई बनकर रह रहा था, इसका आमापाली में फकीर राठिया के घर आना जाना था। इस दौरान उसके पत्नी से अच्छी घनिष्ठता हो गई जिसे लेकर फकीर राठिया दोनों के बीच अनैतिक संबंध की शंका करता था और एक दिन इसके सामने ही उसकी पत्नी को फकीर गाली-गलौच कर मारपीट किया। तब फकीर राठिया की हत्या की योजना बनाया और 10 नवंबर को पहाड़ लुड़ेग मेला देखने जाने अपनी TVS सोल्ड मोटरसाइकिल से अमापाली गया। तब फकीर अपने खेत में काम कर रहा था जहां उसे साथ मेला देखने चलने कहकर उसकी पत्नी को बोले की खाना बना कर रखना देर रात तक आएंगे और दोनों पहाड़ लुड़ेग जाने के लिए निकल गए। रास्ते में राजपुर के पास रात्रि करीब 8:00 बजे दोनों शराब पिए, फकीर और भी नशे की गोली खाया जिससे उसे काफी नशा हो गया। तब मौका देखकर फकीर राठिया को मारपीट कर गमछा को रस्सी बनाकर उसके गले में फंसा कर गला घोंट कर उसकी हत्या कर दिया और शव को वहीं फेंककर अपनी मोटरसाइकिल को खेत में खड़ी कर वापस मेला गया । जहां उसे उसका परिचित रामविलास मांझी को पूरी घटना का वृतांत बताया फिर दोनों मिलकर अपराध को छिपाने की योजना बनाएं और रामविलास हत्या की पूरी जानकारी जानते हुए घटना को छिपाने के लिए वापस आमापाली फकीर राठिया के घर जाकर घरवालों को बताएं कि फकीर मेला से मोटरसाइकिल को लेकर भाग गया है । वे दोनों स्वयं उसकी खोजबीन करते हुए आये हैं और फिर वहां से वापस अपने घर चले गए।

गिरफ्तार आरोपी

पुलिस आरोपी के मेमोरेंडम पर घटनास्थल के पास से नशे में प्रयुक्त पाउच का खाली पाउच, रैपर, गमछा तथा घटना में प्रयुक्त सोल्ड मोटर सायकल जप्त कर लिया है तथा आरोपी रमेश राठिया पिता चंदन सिंह राठिया उम्र 26 साल निवासी गहनाझरिया बरखोरियापारा थाना लैलूंगा एवं रामविलास माझी पिता स्वर्गीय समारू मांझी उम्र 30 साल निवासी पूटुपारा हाल मुकाम गहनाझरिया बोरखोरियापारा थाना लैलूंगा को धारा 302, 201, 34 IPC में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।

इनकी रही भूमिका

आरोपी पतासाजी गिरफ्तारी में थाना प्रभारी लैलूंगा निरीक्षक नारायण सिंह मरकाम, सहायक उप निरीक्ष चंदन नेताम, प्रधान आरक्षक सुमेश गोस्वामी, आरक्षक जॉन टोप्पो, पुष्पेन्द्र मराठा की सराहनीय भूमिका रही है।

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