चाउंर वाले बाबा ‘रमन सिंह’ क्या हासिल कर पायेंगे छत्तीसगढ़ की सत्ता, लगातार तीन बार रहे हैं मुख्यमंत्री….

राजनांदगांव सीट से विधायक और प्रदेश के लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रहे डॉ. रमन सिंह इस दफा भी इसी सीट से चुनावी रण में उतरे हैं।
उन्होंने 2003 से 2018 तक 15 वर्षों तक छत्तीसगढ़ के दूसरे और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री के रूप में भी काम किया है।
रमन सिंह का जन्म 15 अक्टूबर 1952 को हुआ था वह वर्तमान में 2019 से भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं और 2008 से राजनांदगांव और 2004 से 2008 तक डोंगरगांव का प्रतिनिधित्व करने वाले छत्तीसगढ़ विधान सभा के सदस्य हैं।
ऐसी रही है रमन सिंह की राजनैतिक पृष्ठभूमि
साल 1999 से 2003 तक वाजपेयी कैबिनेट में वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री, 1999 से राजनांदगांव से लोकसभा सदस्य रहे। से 2003 तक और 1990 से 1998 तक कवर्धा से मध्य प्रदेश विधान सभा के सदस्य रहे। डॉ. रमन सिंह गरीबों के डॉक्टर और चाउंर वाले बाबा के नाम से मशहूर रहे हैं। उन्होंने जनसंघ कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की। वे युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। पहली बार उन्होंने 1983 में कवर्धा नगरपालिका के पार्षद का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 1989 में वे पहली बार विधायक चुने गए। वे कुल छह बार विधायक रहे हैं।
2003 में पहली बार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने
रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पार्टी नेतृत्व किया और 2003 में पहली बार छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने। 2008 में दूसरी व 2013 में तीसरी बार मुख्यमंत्री बने। इस दौरान उन्हें राष्ट्रीय स्तर के कई सम्मान भी मिले उन्हें राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भाजपा की जवाबदारी सौंपी गई है। 2018 के विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी की हार के बाद , उन्होंने 11 दिसंबर 2018 को छत्तीसगढ़ के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया।
रमन सिंह को संगठनात्मक क्षमताओं के लिए प्रशंसा मिली
उन्हें उनकी संगठनात्मक क्षमताओं के लिए प्रशंसा मिली है, जैसा कि अनुसूचित जनजातियों और अनुसूचित जातियों की स्थितियों में सुधार के लिए एक कार्यक्रम के कार्यान्वयन के संबंध में उनके राज्य की स्थिति से पता चलता है, संयुक्त राष्ट्र ने भी उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में किए गए कार्यों को मान्यता दी है और राज्य का वित्तीय प्रबंधन एक और पहलू है जिसके लिए वह जाने जाते हैं।
राजनांदगांव विधानसभा का जान लें हाल
रमन सिंह राजनांदगांव जिले की राजनांदगांव विधानसभा से विधायक चुने गए हैं। राजनांदगांव विधानसभा अनारक्षित सीट है, जिसे विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 75 के नाम से जाना जाता है। साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 197661 मतदाता थे, और उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार डॉ. रमन सिंह को 80589 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार करुणा शुक्ला को 63656 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया थाऔर वह चुनाव हार गए थे।
रमन सिंह का ये है चुनावी इतिहास
1990: मध्य प्रदेश विधानसभा में कवर्धा सीट से विधायक
1993: मध्य प्रदेश विधानसभा में कवर्धा सीट से विधायक
1998: कवर्धा (विधानसभा क्षेत्र) से विधानसभा चुनाव हार गये।
1999: राजनांदगांव (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) से लोकसभा चुनाव जीता
2003: 2003-2018 तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने
2004: छत्तीसगढ़ विधानसभा में डोंगरगांव सीट से उपचुनाव के माध्यम से विधायक
2008: छत्तीसगढ़ विधानसभा में राजनांदगांव से विधायक और छत्तीसगढ़ में दूसरी बार मुख्यमंत्री
2013: छत्तीसगढ़ विधानसभा में राजनांदगांव से विधायक और छत्तीसगढ़ में तीसरी बार मुख्यमंत्री
2018: छत्तीसगढ़ विधानसभा में राजनांदगांव से विधायक।
2018: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष।
- एचडीएफसी बैंक सारंगढ़ ब्रांच द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन… - December 15, 2025
- उपभोक्ताओं के साथ धोखा! हसौद क्षेत्र के ग्रामीण अंचल मे गांवों नेटवर्क की बदहाली से जनता परेशान..महीने का रिचार्ज पूरा, सुविधा अधूरा.. - December 15, 2025
- प्रशासनिक अवहेलना का शिकार शासकीय माध्यमिक शाला आमाकछार…जर्जर हालत में पढ़ने मजबूर बच्चे, क़भी भी घट सकती है दुर्घटना..!शौचालय के अभाव से छात्राओं को भारी परेशानी.. - December 15, 2025

