मीट दुकानदार की घिनौनी करतूत,नाबालिग छात्रा से छह महीने तक किया दुष्कर्म,फिर जबरन गर्भपात….

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लखनऊ के गोसाईगंज के अमेठी कस्बे में मीट दुकानदार ने कक्षा चार की छात्रा (उम्र 14 वर्ष) का छह महीने तक यौन शोषण किया। वह गर्भवती हो गई तो उसे धमका कर वहीं के प्रामिस अस्पताल में डॉक्टर से साठगांठ कर छात्रा का गर्भपात करा दिया।

अस्पताल से आनन-फानन छुट्टी भी दिला दी गई। छात्रा घर लौटी तो उसकी तबीयत बिगड़ गई। घर वालों ने जब बेटी से पूछताछ की तो मीट दुकानदार की घिनौनी हरकत सामने आयी। रविवार को पीड़ित छात्रा के मजदूर पिता ने गोसाईगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। उधर इस मामले के तूल पकड़ने पर डिप्टी सीएम ने अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिये। रात ही में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा प्रामिस अस्पताल को सीज कर दिया।

अस्पताल पर भी एफआईआर दर्ज छापे में पता चला कि यह अस्पताल बिना लाइसेंस के चल रहा था। यहां पांच गर्भवती महिलाएं भर्ती मिली। डिप्टी सीएम के आदेश पर सभी गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया गया।

पहले दोस्ती की, फिर यौन शोषण करने लगा अमेठी कस्बे में रहने वाले छात्रा के पिता के मुताबिक आरोपी उमर कुरैशी उर्फ गुड्डा मीट की दुकान चलाता है। छह महीने पहले उसने बेटी के साथ दोस्ती बढ़ा ली थी। एक दिन उसने गिफ्ट का लालच देकर बेटी को अपने घर बुलाया। वहीं उसने बेटी का यौन शोषण किया। विरोध करने पर उसने परिवार को जान से मारने की धमकी दी। इस पर वह चुप रह गई। इसके बाद आरोपित अक्सर उसकी बेटी का यौन शोषण करता रहा।

अस्पताल दस्तावेज नहीं दिखा सका सीएमओ की टीम ने अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों से डॉक्टरों के बारे में जानकारी हासिल की। अस्पताल का पंजीकरण संबंधी पेपर मांगे। पर, वे कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाये। सीएमओ कार्यालय में प्रॉमिस हॉस्पिटल पंजीकरण नहीं है। डॉक्टर के पास गायनी की डिग्री भी नहीं थी।

गर्भवती होने पर धमकाया गर्भपात करा दिया
पीड़ित छात्रा ने बताया कि वह गर्भवती हो गई। इससे वह डर गई थी। इसका भी आरोपित ने फायदा उठाया। उसने बदनामी का डर दिखाते हुये उसे प्रामिस अस्पताल ले गया। वहां डॉक्टर व नर्स से मिलीभगत कर उसका गर्भपात करवा दिया। फिर उसे देर शाम को ही छुट्टी भी दिलवा दी। घर पहुंचने पर उसकी तबियत काफी बिगड़ गई। इस पर मां को कुछ शक हुआ। उनके कई बार पूछने पर वह बिलख पड़ी।

अवैध अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई होगी पाठक
इस मामले को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से चल रहे अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये। ऐसे गलत व अनैतिक काम करने वाले अस्पताल की शिनाख्त की जाये। इन पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। प्रॉमिस हॉस्पिटल कब से चल रहा था? अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? विस्तार रिपोर्ट तलब की गई है।

देर रात अस्पताल में छापा, सीज किया गया
परिवारजनों ने आरोप लगाया कि प्रॉमिस हॉस्पिटल की डॉक्टर अवैध गर्भपात के धंधे में लिप्त हैं। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर भी टिप्पणी की। इस पर डिप्टी सीएम ने मामले का संज्ञान लिया। उन्होंने सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल को जांच के निर्देश दिये। डिप्टी सीएमओ और सीएचसी अधीक्षक रविवार देर रात प्रॉमिस हॉस्पिटल पहुँचे और सीज कर दिया। वहीं भर्ती मरीजों को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट कराया।

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