क्राइम छत्तीसगढ़: बेटे की जान बचाने मां ने अपनी पति पर टंगिया से किया वार, शराबी के उड़ गये प्राण पखेरु…
जांजगीर चांपा. शराबी पति को अपनी पत्नी और नाबालिग बेटे पर चाकू से प्राणघातक हमला करना भारी पड़ गया. बेटे की जान बचाने मां ने अपनी पति पर टंगिया से हमला किया. घायल होकर जमीन में पड़े विजय कुमार सूर्यवंशी पर उनकी पत्नी और बेटे ने लगातार हमला किया, जिससे गंभीर रुप से घायल विजय की अस्पताल में मौत हो गई. पुलिस ने आरोपी महिला को हिरासत में लिया और अपचारी पुत्र को किशोर न्यायालय में पेश किया है.
चांपा केघठौली चौक में रहने वाले विजय सूर्यवंशी की पत्नी ने सोमवार की रात 112 में फोन कर अपने पति विजय सूर्यवंशी की हत्या करने की सूचना दी. घटना की सूचना थाना के उच्च अधिकारियों को देकर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची और विजय सूर्यवंशी को खून से लथपथ पाया. परीक्षण के दौरान उसकी सांस चलता पाए जाने पर घायल विजय और उसकी पत्नी को बीडीएम अस्पताल चांपा में भर्ती कराया, जहां डाॅक्टर ने विजय सूर्यवंशी की नाजुक हालत को देखते हुए सिम्स अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन 1 घंटा बाद विजय कुमार उनकी मौत हो गई और चाकू से घायल विजय सूर्यवंशी की पत्नी को उपचार के लिए भर्ती किया.
चांपा एसडीओपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि घटना की सूचना पर चांपा पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से जानकारी ली. मृतक विजय कुमार के भाई ने बताया कि सोमवार को उनके पुस्तैनी जमीन के बहनों को बटवारा मामले में तहसील न्यायालय में सुनवाई थी. विजय सूर्यवंशी दोपहर 2 नशे में घर पहुंचा और अपने बेटे को ऋण पुस्तिका गुमाने का आरोप लगाकर गाली गलौच और मारपीट करने लगा, जिसे परिवार के लोगो ने शांत कराया, लेकिन जब उसकी पत्नी फोटो बाई खेत से काम कर घर लौटी तो फिर से विजय सूर्यवंशी अपनी पत्नी और बेटे से लड़ाई करने लगा और मारपीट की.
विजय सूर्यवंशी ने गुस्से में आकर अपनी ही बेटे पर चाकू से हमला करने के लिए दौड़ाया. बीच बचाव करने आई पत्नी के हाथ में चाकू से चोट लगी. इसके बाद भी बच्चे के ऊपर हो रहे प्राणघातक हमला को देखते हुए महिला ने घर में रखे टांगिया से अपने पति के सिर में हमला कर दिया. विजय सूर्यवंशी की आक्रोश का सामना कर रहे मां ने बेटा के साथ मिलकर रॉड और टांगिया से हमला कर दिया, जिससे विजय सूर्यवंशी गंभीर रूप से घायल हो गया और उपचार के दौरान मौत हो गई. पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है और अपचारी बालक को किशोर न्यायालय ने पेश किया है.