छत्तीसगढ़:माओवादियों के ठिकानों से नौ आईईडी बरामद…

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के एक जंगल में माओवादियों के दो डंपों से सुरक्षाकर्मियों ने करीब नौ इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) जब्त किए हैं। पुलिस ने रविवार (27 अप्रैल) को यह जानकारी दी।
धमतरी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) मणिशंकर चंद्रा ने बताया कि राज्य पुलिस की दोनों इकाइयों, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (सीएएफ) की एक संयुक्त टीम ने शनिवार (26 अप्रैल) को खल्लारी थाने के अंतर्गत चमेंडा और साल्हेभाट गांवों के जंगल में डंपों का पता लगाया। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर दूर जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर अभियान शुरू किया गया था। अधिकारी ने बताया कि टीम ने जंगल की घेराबंदी करते हुए डंपों को देखा और वहां से तीन कुकर बम, दूध पाउडर के डिब्बों में रखे तीन आईईडी, दो पाइप बम और एक टिफिन बम बरामद किया। इन सभी का वजन 2 से 5 किलोग्राम था। इसके अलावा एक वॉकी-टॉकी, दवाइयां, बर्तन, राशन और दैनिक उपयोग की अन्य सामग्री भी बरामद की गई। उन्होंने बताया कि सामग्री को दो प्लास्टिक के ड्रमों में भरकर जंगल में अलग-अलग स्थानों पर छिपाया गया था। नक्सली अक्सर गश्त के दौरान सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए जंगलों में सड़क और कच्ची पगडंडियों के किनारे आईईडी लगाते हैं।
साल्हेभाट के जंगल में विस्फोटक और अन्य नक्सली सामग्री बरामद
जिला रिजर्व गार्ड ने छत्तीसगढ़ के साल्हेभाट के जंगल से कई इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडीएस) और नक्सलियों से संबंधित अन्य सामग्री बरामद की है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। धमतरी के एसपी सूरज सिंह परिहार ने बताया कि महासमुंद जिले के खल्लारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जंगल से कई पाइप बम, कुकर बम, टिफिन बम और अन्य आईईडी बम बरामद किए गए हैं। शनिवार को राज्य के बीजापुर जिले में आईईडी विस्फोटों की अलग-अलग घटनाओं में दो सुरक्षाकर्मी मामूली रूप से घायल हो गए। पहली घटना 24 अप्रैल की रात को हुई, जब एक एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) जवान के टखने में आईईडी विस्फोट के कारण मोच आ गई।
दूसरा विस्फोट 26 अप्रैल को हुआ, जिसमें एक डीआरजी (जिला रिजर्व गार्ड) जवान मामूली रूप से घायल हो गया। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि दोनों जवानों की हालत स्थिर है और उनका इलाज चल रहा है। उनके जल्दी ठीक होने और जल्द ही सक्रिय ड्यूटी पर लौटने की उम्मीद है। इससे पहले, सुरक्षा बलों ने उग्रवाद प्रभावित बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई शुरू की, जिसमें लगभग 10,000 सुरक्षाकर्मियों की एक मजबूत टुकड़ी को करेगुट्टा पहाड़ी और आसपास के घने जंगल में तैनात किया गया। शुक्रवार को ऑपरेशन का चौथा दिन है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, हिडमा, दामोदर, देवा जैसे मोस्ट वांटेड नक्सल कमांडरों और अन्य नक्सल कमांडरों सहित शीर्ष नक्सल नेताओं की मौजूदगी के बारे में सटीक खुफिया सूचनाओं के बाद छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना के सुरक्षा बलों को छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा के करीब बीजापुर में जंगल और करेगुट्टा पहाड़ी की घेराबंदी करने के लिए जुटाया गया है।
- गोमर्डा अभ्यारण मल्दा (ब) मे वन्यजीव शांभर की मौत..वाहन की टक्कर से मौत की आशंका..! - December 14, 2025
- रायगढ़ पुलिस का सघन यातायात जागरूकता अभियान, बिना हेलमेट दुपहिया चालकों पर कार्रवाई के साथ हेलमेट वितरण… - December 14, 2025
- 14 Decmber 2025: वृषभ वालों के करियर के लिए खास होगा आज का दिन, पढ़ें अन्य का हाल.. - December 14, 2025

