सारंगढ़: 02 धान खरीदी केंद्रों मे फिर मिला भूमि पंजीयन मे फर्जीवाड़ा.. उलखर और बरदुला के सहायक समिति प्रबंधक पर गिरी गाज, कलेक्टर ने किया पद से बर्खास्त…. अपराधिक मामला दर्ज करने के स्थान पर सिर्फ बर्खास्त करना एक हिसाब से प्रबंधको को अभयदान देने जैसा? सारंगढ़ मे धान खरीदी मे एक बड़ा माफिया ग्रुप का सिडिंकेंट कर रहा काम? धान खरीदी और किसानों के नाम पर ऋण का बड़ा घोटाला पर कब होगी जांच? पूछता है सारंगढ़

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सारंगढ़। पान पानी और पालगी के शहर मे अब धीरे धीरे भ्रस्टाचार का जिन्न बाहर आने लगा है,आम जनता से लेकर अब अन्नदाता भी भ्रस्टाचारियों की बली चढ़ते नज़र आ रहे हैँ। किसानो के नाम से फर्जी पंजीयन,ऋण से लेकर धान खरीदी मे भी प्रबंधक जमकर भ्रस्टाचार कर रहे हैँ, लेकिन अब इनके दिन शायद पूरे होने वाले हैँ विगत 5 दिनमे 04 प्रबंधक पर कार्यवाही इसका झलक मात्र है।

सारंगढ अंचल के धान खरीदी केन्द्रो मे भूमि पंजीयन के मामले मे फर्जीवाड़ा का मामला गर्म होने के बाद अब उलखर और बरदुला के सहायक समिति प्रबंधक पर गाज गिरी है। कलेक्टर के आदेश पर हुई जांच में इन दोनो धान खरीदी केन्द्र में भी भूमि पंजीयन मे फर्जीवाड़ा का मामला पकडा गया जिसके बाद आज कलेक्टर डां. फरिहा आलम सिद्धीकी ने उलखर और बरदुला धान खरीदी केन्द्र के सहायक समिति प्रबंधक चुम्मन सिंह वर्मा ओर नरेंद्र कुमार चंद्रा को पद से बर्खास्त कर दिया। पिछले तीन दिनो मे गाताडीह, कोसीर, उलखर ओर बरदुला यानि चार धान खरीदी केन्द्र के प्रबंधकों पर भूमि पंजीयन के फर्जीवाड़ा करने का मामला जांच में सही पाया गया है। इस कारण से सभी सहायक समिति प्रबंधको को बर्खास्त कर दिया गया है। किन्तु ऐसा कत्य करने वालो के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करने के स्थान पर सिर्फ बर्खास्त करना एक हिसाब से प्रबंधको को अभयदान देने जैसा है।

सारंगढ़ मे धान खरीदी मे एक बड़ा माफिया ग्रुप का सिडिंकेंट कर रहा काम?

सारंगढ़ मे धान खरीदी मे एक बड़ा माफिया ग्रुप का सिडिंकेंट काम कर रहा है। संगठित ओर सुनियोजित रूप से किया जा रहा फर्जीवाड़ा ओर आर्थिक अपराध के इस बडे खेल मे समिति प्रबंधक तो नाम मात्र के मोहरा हे बड़े खिलाड़ी तो कोई और हो सकता इस, जहा तक जिला प्रशासन का हाथ भी पहुंचना नामुमकिन है। करोड़ो रूपये के इस बडे खेल मे सारंगढ़ में दर्जन भर से अधिक धान खरीदी केन्द्र शामिल है जहा पर राजस्व विभाग के पटवारी और समिति प्रबंधक के साथ मिलीभगत करके फर्जी पंजीयन का कार्य को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। एक सामान्य किसान को रकबा संशोधन और पंजीयन के लिये तहसील कार्यालय ओर राजस्व विभाग का कई चक्कर काटना पड़ता है वही फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह के नाम पर एक हजार एकड़ से अधिक का का पंजीयन होना कई सवालो को जन्म दे रहा है।
सवाल यही है कि एक सामान्य किसान को गिरदावरी के नाम पर कई प्रकार से परेशान किया जाता है किन्तु बात संगठित गिरोह के द्वारा किया गया एक हजार एकड़ से अधिक की भूमि का पंजीयन का फर्जीवाड़ा की सामने आ रही है तो आखिर इस मामले को अब तक कैसे दबा कर रखा गया था। सारंगढ़ के एक दर्जन से अधिक धान खरीदी केन्द्र यानि सेवा सहकारी समितियों मे धान खरीदी के नाम पर भूमि का फर्जी पंजीयन और किसानो के नाम पर जारी किया गया ऋन का बड़ा खेल सारंगढ़ के इन सोसायटी मे खेला गया है। धान खरीदी मे करोड़ो रूपये का धान घोटाला पर सूक्ष्म जांच का आदेश जारी हो सकता है तथा कई ऐसे चेहरे बेनकाब हो सकते है जो कि इस बड़े संगठित गिरोह मे अपना मुख्य किरदार निभाते आ रहे है।

धान खरीदी और किसानों के नाम
पर ऋण का बड़ा घोटाला ?

इस संबंध में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ के सभी धान खरीदी केन्द्रों मे गत 5 वर्षो के दौरान किसानो के नाम पर लिया गया ऋण तथा भूमि पंजीयन सहित धान खरीदी के मामले की जांच कराये जाने से लगभग 100 करोड़ का फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है। कुछ बदनाम धान खरीदी केन्द्र में किसानो के नाम पर लोन निकाल तो लिया गया है किन्तु उसे वापस नही किया गया है। मजे की बात यह है कि लोन जिस किसान के नाम पर दर्ज किया गया है उसको इस लोन के बारे मे कोई जानकारी ही नही है। यही नही जिस किसान के नाम पर दर्शाकर जो लोन लिया गया है उसके धान विक्रय होने पर राशी काट लिया जा रहा है। वही इस बार फिर एक बार कर्जा माफ होने की चुनावी वादो और संभावना को देखते हुए व्यापक रूप से किसानो के नाम पर समितियो मे कर्जा दर्शाया गया है किन्तु अब सरकार बदल जाने और कर्जा माफ नही होने से ऐसे किसानो के नाम पर धान खरीदी के में ऋण काटने का भी कई मामला सामने आयेगा। वही सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार किसानो के नाम पर फर्जी ढंग से खाद उठाव करने का भी फर्जीवाड़ा सामने आया है| यहा पर सैकड़ो किसानो के नाम पर फर्जी रूप से ऋण निकालने और फर्जी ढंग से रकवा बढ़ाने का बड़ा मामला सामने आने से यह बड़ा स्तर का घोटाला के रूप मे सामने आ सकता है।

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