आफत की बारिश: छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में हुई बेमौसम बारिश और ओला गिरने से आठ लोगों की हुई मृत्यु….

छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में हुई बेमौसम बारिश से आठ लोगों की मृत्यु हुई है।
मंत्री ने यह भी कहा कि बेमौसम बारिश के कारण विभिन्न जिलों से फसलों के नुकसान की खबर है और नुकसान का आकलन करने के बाद किसानों के बीच मुआवजा वितरित किया जाएगा। विधानसभा में आज विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने पिछले दो-तीन दिनों में राज्य के कई हिस्सों में असमय बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान होने का मुद्दा उठाया और काम रोककर चर्चा कराए जाने की मांग की।
शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में कई जगहों पर सब्जियों, गेहूं और चने की फसल को नुकसान हुआ है, लेकिन अभी तक राज्य सरकार ने फसल नुकसान का सर्वेक्षण शुरू नहीं किया है। शर्मा का समर्थन करते हुए पार्टी के विधायक अजय चंद्राकर और धरमलाल कौशिक ने कहा कि किसान राज्य सरकार की खराब नीतियों का खामियाजा भुगत रहे हैं और उन्हें उनके नुकसान का तुरंत मुआवजा दिया जाना चाहिए।
भाजपा सदस्यों ने काम रोककर इस मुद्दे पर चर्चा कराए जाने की मांग की। इस पर विधानसभा उपाध्यक्ष संतराम नेताम ने विपक्ष के नोटिस को खारिज कर दिया और बाद में किसी भी रूप में इस विषय पर चर्चा कराने का आश्वासन दिया। बाद में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने सदन में कहा कि उनके विभाग को फसल नुकसान की रिपोर्ट मिली है। कलेक्टरों को रायपुर, दुर्ग, बेमेतरा और कबीरधाम सहित सभी जिलों में नुकसान का आकलन करने का निर्देश दिया गया है। अग्रवाल ने कहा, ”राज्य में 19 मार्च को 13.7 मिमी तथा 20 मार्च को 6.2 मिमी बेमौसम वर्षा दर्ज की गई है। जिलों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में बिजली गिरने से सात तथा ओलावृष्टि से एक इस तरह कुल आठ व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। 36 पशुओं की भी मृत्यु हुई है। 15 मकानों को पूर्ण रूप से तथा 209 मकानों को आंशिक रूप से क्षति हुई है।”
उन्होंने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में 385.216 हेक्टेयर फसल को क्षति होने का आकलन किया गया है। बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से हुई क्षति का आकलन जारी है। अग्रवाल ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरपाई 15 दिनों के भीतर करने का प्रावधान है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि राजस्व अधिकारी प्राकृतिक आपदा में मरने वाले इन आठ लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा तत्काल वितरित करें।
- एचडीएफसी बैंक सारंगढ़ ब्रांच द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन… - December 15, 2025
- उपभोक्ताओं के साथ धोखा! हसौद क्षेत्र के ग्रामीण अंचल मे गांवों नेटवर्क की बदहाली से जनता परेशान..महीने का रिचार्ज पूरा, सुविधा अधूरा.. - December 15, 2025
- प्रशासनिक अवहेलना का शिकार शासकीय माध्यमिक शाला आमाकछार…जर्जर हालत में पढ़ने मजबूर बच्चे, क़भी भी घट सकती है दुर्घटना..!शौचालय के अभाव से छात्राओं को भारी परेशानी.. - December 15, 2025

