रायगढ़: तहसीलदार के खिलाफ धरने पर बैठा ग्रामीण, तहसीलदार ओर लगाए गंभीर आरोप, पढ़िए पुरी खबर….

IMG-20230112-WA0026.jpg

रायगढ़। राजस्व विभाग में आये दिन लोगों से प्रताड़ना की खबरें आना आम बात हो गई है। इस बार पुसौर तहसीलदार के खिलाफ मारपीट व गाली गलौज का आरोप लगाते हुए एक ग्रामीण गांधी प्रतिमा के सामने न्याय की गुहार लगाते धरने पर बैठ गया है।

मिली जानकारी के अनुसार पुसौर तहसील के बोरोडिपा निवासी झसकेतन भोय बुधवार को रायगढ़ के गांधी प्रतिमा के नीचे आमरण अनशन पर बैठ गया है। उसने कलेक्टर को दिए अपने आवेदन में कहा कि वह एक ग्रामीण किसान है। पुसौर तहसीलदार नन्द किशोर सिन्हा को उसके मामले में जिला न्यायाधीश रायगढ़ से कटेंप्ट आफ कोर्ट का नोटिस जारी हुआ है। उसने बताया कि नोटिस से तहसीलदार बौखलाया हुआ है। बुधवार को दोपहर 12 बजे जब वह अपनी स्कूटी वाहन क्रमांक सीजी 13 ए बी 2369 से रायगढ़ आने के लिए घर से निकला तब तहसील कार्यालय पुसौर के पास खड़े तहसीलदार नंदकिशोर सिन्हा देखते ही मेरी गाड़ी के सामने आ गए और मेरा रास्ता रोककर कालर पकड़कर मुझे गाड़ी से उतारा और मेरे साथ मारपीट की। अश्लील गाली देते हुए जेल भेजने की धमकी भी दी। साथ ही तहसीलदार ने मेरे पाकेट में रखे 500 रुपये और गाड़ी की चाबी लूट ली। स्कूटी में मेरे मुकदमे से संबंधित महत्वपूर्ण फाइल है और फाइल के अंदर 2000 रुपये भी है। इस लूटपाट को करने के बाद
तहसीलदार नंदकिशोर ने मुझे एक नोटिस दिया है जिसमें आज की पेशी लिखी हुई है। ग्रामीण ने बताया कि वह तहसीलदार से अपनी स्कुटी मांगता रहा लेकिन तहसीलदार ने स्कूटी नहीं दी। उसने बताया तहसीलदार सिन्हा के भय से वह अपनी जान बचा कर दूसरे लोगों से लिफ्ट मांग कर रायगढ़ आया है। रायगढ़
कलेक्टर को दिए आवेदन में उसमें लिखा हे कि जब तक पुसौर तहसीलदार नंदकिशोर सिन्हा के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध नहीं हो जाता तब तक वह गांधी पुतला रायगढ़ के पास अनशन पर बेठा रहेगा। अब देखने वाली बात होगी कि इस संवेदनशील मामले में जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करता हे।

क्या कहते हैं अपनी सफाई में तहसीलदार –

इस पूरे मामले में पुसौर तहसीलदार श्री सिन्हा का कहना है कि संबंधित ग्रामीण एक सम्मिलाती खाते की भूमि पर अपने बीमार भाई का नाम कटवाकर अपने नाम पर जमीन का भूमि स्वामी हक पाना चाहता है जब उससे उसके भाई का मृत्य प्रमाण पत्र देने की मांग की गई तो वह आग बबूला होकर गाली गलौज पर उतर आया। जिसे तहसील आफिस से बाहर किया गया है। उनका कहना है कि उनके द्वारा संबंधित व्यक्ति से मारपीट, गाली गलौज तथा स्कूटी छिनने का आरोप मिथ्या व निराधार है ।