सारंगढ़ न्यूज़: विद्यार्थियों को शिक्षा के नवाचारी मॉडलों से परिचय कराने एवं अंतर्निहित प्रतिभा को निखारने सारंगढ़ में हुआ ऑनलाईन प्रतियोगिता…

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रायगढ़, कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई जारी रखने के साथ ही उनकी प्रतिभा को निखारने एवं संवारने शासन-प्रशासन के द्वारा हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। पढ़ाई तुंहर दुआर के प्रथम चरण की आशातीत सफलता के बाद शिक्षा के विविध आयमों में बच्चों में अपेक्षित दक्षता, कला कौशल, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नई सोच विकसित करने पढ़ाई तुंहर दुआर 2.0 संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षा पहली से लेकर बारहवीं तक के विद्यार्थियों को शिक्षा के नवाचारी मॉडलों से परिचय कराना तथा बच्चों में अंतर्निहित प्रतिभा को निखारने का नवा जतन करना है। पढ़ाई तुंहर दुआर 2.0 का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के नवाचारी और वैकल्पिक माध्यमों से बच्चों को सामाजिक परिवेश से जोडऩे, मौखिक अभिव्यक्ति, वैज्ञानिक नजरिये विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए सीखने के नए अवसर उपलब्ध कराना है। शिक्षा के विभिन्न अभियान के तहत बच्चों में आत्मविश्वास पैदा करना है, जो सीखने की प्रक्रिया में सहायक बन सके।
बच्चों के नैसर्गिक प्रतिभा को संवारने तथा शिक्षा के समसामयिक गतिविधियों से रूबरू कराने एवं उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इन दिनों राज्य शिक्षा परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा रायपुर के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री भीम सिंह के निर्देशन में जिला शिक्षा अधिकारी श्री आरपी आदित्य तथा जिला मिशन समन्वयक श्री आर.के.देवांगन के मार्गदर्शन में इन दिनों सभी विकासखण्डों में माध्यमिक एवं हाई/हायर सेकेंडरी में अध्ययनरत बच्चों के लिए विविध विधाओं के संदर्भ में वर्चुअल/ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में विगत दिवस विकासखण्ड स्त्रोत केन्द्र सारंगढ़ में ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विकासखण्ड के विभिन्न संकुलों से चयनित बच्चों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता के अंतर्गत पठन-लेखन कौशल, गणितीय कौशल, विज्ञान परियोजना कार्य जैसे शिक्षा के विविध आयम में होनहार तथा प्रतिभाशाली बच्चों ने अपनी कल्पनाओं, सृजनशीलता के अनुरूप रंग भरे। बच्चों मे विभिन्न स्तरों पर मूलभूत गणितीय कौशल विकास, सृजनात्मक लेखन एवं पठन कौशल, विज्ञान में अलग-अलग प्रायोगिक प्रदर्शन और विभिन्न विषयवस्तु में नई सोच एवं कल्पनाओं को प्रोजेक्ट कार्य के रूप में प्रदर्शित कर अपनी अपनी कला कौशल का प्रदर्शन किया।
विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी आरएन सिंह ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर यह कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों मे पढ़ाई की निरंतरता के साथ कल्पनाशीलता, सृजनशीलता और वैज्ञानिक सोच को आगे बढ़ाने के लिए यह एक अच्छा कदम है। सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मुकेश कुर्रे ने बताया कि पढ़ाई तुंहर दुआर 2.0 के अंतर्गत आयोजित यह कार्यक्रम बच्चों के समग्र विकास के लिए सशक्त माध्यम है। बीआरसी शोभाराम पटेल ने कहा कि बच्चों को उनकी सृजनशीलता का स्वाभाविक विकास करने के लिए भरपूर अवसर प्रदान करता है। पढ़ाई तुंहर दुआर 2.0 का यह कार्यक्रम शिक्षा के अलग-अलग विधाओं मे बच्चों के व्यक्तित्व का समुचित विकास का पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराती है। जिससे बच्चे विभिन्न जीवन कौशलों में पारंगत होकर सुंदर भविष्य की कल्पना को साकार कर सकते हैं।
कार्यक्रम में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी आर.एन सिंह, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी द्वय मुकेश कुर्रे, श्रीमती सोमा सिंह, बीआरसी शोभाराम पटेल, शैक्षिक समन्वयक तथा तकनीकी अधिकारी राजेश देवांगन, सत्येन्द्र बसंत उपस्थित रहे। निर्णायक मंडल के द्वारा विभिन्न विधाओं मे से माध्यमिक खण्ड तथा हाई/हायर सेकेंडरी के प्रथम प्रतिभागी का जिला स्तर के लिए चयन किया गया।

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